प्राइम टाइम इंट्रो : क्या क़ैदियों का सरेंडर कराया जा सकता था?

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  • प्रकाशित: अक्टूबर 31, 2016
यह कहा जा रहा है कि घटना उस वक्त हुई जब ड्यूटी की अदला बदली हो रही थी. तब तो जेल में अतिरिक्त सतर्कता होनी चाहिए. एक पल के लिए मान भी लें तो क्या सब इतने बेपरवाह थे, ड्यूटी बदलने के वक्त कि आठ कैदी भाग निकले. ड्यूटी की अदला बदली के वक्त क्या बैरकों या सेल के ताले भी खोले जाते हैं.

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