आरएसएस चाहता है कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी लोकसभा चुनाव न लड़ें और राज्यसभा में जाएं। साथ ही आरएसएस की यह भी इच्छा थी कि मोदी आडवाणी की सीट गांधीनगर और जोशी की सीट वाराणसी से चुनाव लड़ें, लेकिन दोनों नेता अपनी सीटें छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुए।