पिछले साल मालेश्वरम में बीजेपी दफ्तर के बाहर, जो धमाका हुआ था उसमें लीशा नाम की एक लड़की घायल हुई थी। लीशा आज भी बैसाखियों के सहारे चल रही है, बावजूद इसके कि सरकार ने वादा किया था कि धमाके में घायल हुए लोगों का इलाज सरकार अपने खर्चे पर कराएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।