हैवानों की दरिंदगी की शिकार बनी नजफगढ़ की दामिनी के परिवार वाले पिछले करीब दो साल से इंसाफ के इंतजार में हैं। परिवार के मुताबिक, नौ फरवरी 2012 को उनकी 19 साल की बेटी दफ्तर से वापस घर लौट रही थी, लेकिन रास्ते में उसका अपहरण कर लिया गया। बाद में उनकी बेटी की लाश हरियाणा के रेवाड़ी में मिली। उसके शव पर सिगरेट से जलाने के निशान थे। इस मामले में 13 फरवरी को अदालत का फैसला आना है। ऐसे में विभिन्न संगठनों ने जंतर मंतर पर विशाल प्रदर्शन और 'कैंडल मार्च' का आयोजन कर नजफगढ़ की इस दामिनी के हत्यारों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।