उज्जैन में 15 साल की बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपी तो पकड़ा गया लेकिन इस वारदात में जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई थी वो थी उज्जैन के निवासियों की बेरूखी. मासूम से रेप के मामले में जिसे सबसे पहला गुनहगार माना गया वो था ऑटो चालक राकेश मालवीय. पुलिस ने उसे शक के आधार पर हिरासत में लिया और 176 के तहत केस दर्ज कर चार दिनों तक हिरासत में रखा. अब बाहर आकर उसने दावा किया है कि सबसे पहले उसने ही बच्ची को कपड़े देकर मदद की थी. लेकिन पुलिस का कहना है कि उस पर पुलिस को जानकारी नहीं देने का आरोप है. ऐसे भी और भी लोग पुलिस के रडार पर हैं, जिन्होंने पुलिस को जानकारी नहीं दी. उनमें से कुछ शख्स सामने आ रहे हैं और अपनी बात रख रहे हैं.