मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम का धरना मंगलवार को दूसरे दिन पंहुच गया। ऐसे में कुछ लोगों ने कहा कि नेता और मुख्यमंत्री तो ऐसे ही होने चाहिए, जो जनता के मुद्दों को लेकर उनके बीच रह कर नेतागिरी करें……लेकिन क्या केजरीवाल और उनकी टीम ने वह सीमा लांघ दी, जो एक सरकार को नहीं लांघनी चाहिए था……. इसी विषय पर एक चर्चा….