गुजरात में 2002 दंगों के बाद निर्वासन के कई साल बाद जब वापसी शुरू हुई, तो फिर पीछे मुड़कर देखने की गुंजाइश नहीं थी... हर परिवार के बच्चे स्कूल−कॉलेज में हैं। यह जानते हुए कि बड़े बच्चों का मौका चला गया है, ये परिवार छोटे बच्चों को हर मुमकिन मदद दे रहे हैं।