उत्तराखंड में सैलाब आते ही जिसको जो जरिया मिला, जिसको जो रास्ता मिला, उन्होंने जान बचाने के लिए वही रास्ता पकड़ लिया। पहाड़ों पर घंटों तक पैदल चलकर सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचे लोग... विपदा से निबटने के सरकारी इंतजामों और तौर तरीकों से लोग काफी नाराज हैं और वे इस काम में ढिलाई और लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं।