राजस्थान बोर्ड में चौथा स्थान पाने वाली हर्षा सोनी को गणित में 100 फीसदी अंक मिले हैं। वह इंजीनियर बनने का सपना देख रही है, लेकिन परिवार के पास पैसों की तंगी है। दादा-दादी मदद करने को तैयार नहीं, क्योंकि उनकी सिर्फ पोतियां हैं, जिस कारण उन्होंने इनसे नाता तोड़ लिया।