अफजल गुरु को फांसी दिए जाने पर मौलाना ख़ालिद रशीद फ़िरंगी महली ने कहा है कि यह देश के सबसे बड़े न्यायालय का फैसला था, इसलिए इसका विरोध कोई नहीं कर सकता है। वहीं उन्होंने यह मांग भी की कि मक्का मस्जिद, समझौता ब्लास्ट में शामिल लोगों को भी इतनी ही कड़ी सजा देनी चाहिए।