करगिल युद्ध में पैर गंवा चुके सेना के रिटायर्ड मेजर डीपी सिंह ब्लेड के सहारे मैराथन दौड़ रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के लिए मेडल जुटाने की उनकी ख्वाहिश अधूरी है, क्योंकि बेहतर कृत्रिम पैर के लिए अमेरिका जाने का वीजा छह महीने से अटका है।