प्रणब दा ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की और फिर उन्होंने पढ़ाना शुरू कर दिया, लेकिन कुछ साल बाद वह राजनीति में आ गए। 1969 में वह राज्यसभा के सदस्य बने। इंदिरा गांधी, प्रणब दा से इतनी प्रभावित हुईं कि 1973 में उन्हें अपनी कैबिनेट में मंत्री बना लिया।