मारन की चिट्ठी से पीएम पर उठे सवाल

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  • प्रकाशित: सितम्बर 24, 2011
आरटीआई कार्यकर्ता विवेक गर्ग की ओर से मांगी गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री की सहमति के बाद ही स्पेक्ट्रम की कीमतें तय करने का जिम्मा ग्रुप ऑफ मिनिस्टर से लेकर टेलीकॉम मंत्री को दे दिया गया था।

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