नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से दिल्ली में चालान में भारी कमी देखी जा रही है. अगस्त महीने में रोज़ाना 16 से 17 हज़ार चालान कट रहे थे, जबकि अब सितंबर में 4 से 5 हज़ार चालान हो रहे हैं. ट्रैफ़िक पुलिस का मानना है कि भारी भरकम चालान के चलते लोग अब सजग हो गए हैं. वहीं पल्यूशन बनवाने के लिए हर रोज प्रदूषण जांच केंद्रों पर 40 से 45 हजार गाड़ियां आ रही हैं. लोड बढ़ने से दिल्ली सरकार का सर्वर भी डाउन हो रहा है. ऐसे में प्रदूषण जांच केंद्रों का समय 12 से बढ़कर 15 घंटे किया गया है.