गंगा के किनारे बसे शहरों में बनारस स्वच्छता की रैंकिंग में पहले पायदान पर आया है. यह सुनकर लगेगा कि पूरा बनारस साफ़ हो गया है लेकिन ऐसा नहीं है. ये बात शहरों की ओवरआल रैंकिंग भी बताती है कि तमाम कोशिशों और प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद अभी ये 27 वें पायदान पर है. इसके पहले के सर्वेक्षण में भी बनारस पिछड़ता ही रहा है. साल 2016 के 73 शहरों की रैंकिंग में तो इसका स्थान 65 वां था. साफ़ है कि अभी भी कई जगह इसके दामन में कूड़े और सीवर के पानी के दाग नज़र आते हैं.