पूर्वांचल में बहुत सारे बच्चे सेना में भर्ती की तैयारी करते हैं. हर गांव में आपको अलसुबह और शाम को सड़कों और मैदानों पर सैकड़ों की तादाद में बच्चे दौड़ते, मेहनत करते नजर आएंगे. हालांकि पिछले 3 साल से सेना की वैकेंसी नहीं आई है. इससे कई बच्चे मायूस हैं और इनके अंदर गुस्सा भी है. यह गुस्सा इस चुनाव में क्या रुख अख्तियार करेगा, किसके लिए चुनौती बनेगा और इनके दिलों में किस तरह का दर्द है, इसे समझने की कोशिश की अजय सिंह ने.