बड़ी-बड़ी बातें की गईं. कहा गया इस चुनाव में असली मुद्दा बेरोजगारी का है, किसानों का है, युवाओं का है, छोटे व्यापारियों का है, मजदूरों का है. लेकिन हो क्या रहा है? बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेताओं के भाषणों में इन मुद्दों का जिक्र होता भी है तो उसकी चर्चा नहीं होती. सुर्खियां सिर्फ वही बयान बटोरते हैं जिनमें चाहे एक दूसरे पर कीचड़ उछाला जाए या फिर व्यक्तिगत हमले हों. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वो तमाम गालियां सूचीबद्ध की हैं जो कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें समय-समय पर दीं.