प्रवासी अपने-अपने गृहराज्य जैसे-तैसे पहुंच तो गए, लेकिन उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खत्म नहीं हुआ है. उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक परिवार ने खाने और दवाई के लिए 1500 रुपये में अपने गहने तक बेच डाले. लॉकडाउन में काम छिनने के बाद यह परिवार पिछले महीने ही तमिलनाडु से अपने गृह जिला कन्नौज लौटा था. मीडिया में आते ही प्रशासन परिवार की मदद को आगे आया और परिवार का राशन कार्ड व मनरेगा का जॉब कार्ड बनवाया गया.