एक जांबाज कश्मीरी नौजवान, जिसके तन पर न कोई वर्दी थी न चलने को कोई मोटरबोट, वह अपने बदन पर पानी की बोतलें बांधकर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाता रहा। लगातार पांच दिनों तक उमड़े सैलाब का सामना करने वाला 20 साल का आदिल छठे दिन खुद बाढ़ में बह गया, लेकिन जब उसका शव मिला, उसके जिस्म पर पानी की बोतलें तब भी बंधी थीं।