एक बड़ी पहल के तहत आज भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार और दो प्रमुख उग्रवादी समूहों के बीच एक बड़ा शांति समझौता हुआ है। इसके तहत नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (ATTF) के 10 हज़ार उग्रवादियों ने सरेंडर कर अपने हथियार छोड़ दिए। ये समझौता गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुआ। उन्होंने इसे ऐतिहासिक और विकसित उत्तर-पूर्व की राह में अहम बताया। गृह मंत्री ने कहा कि 328 से अधिक सशस्त्र कैडर मुख्यधारा में शामिल होंगे।