लोकसभा में तीन तलाक बिल आज पेश भी हुआ और शाम होते-होते पास भी हो गया. बिल के ख़िलाफ़ जितने भी संशोधन थे, सब गिर गए. हालांकि बिल में एक बार में तीन तलाक़ पर तीन साल की सज़ा के ख़िलाफ़ कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल दिखे. अब बिल को राज्यसभा में जाना है, लेकिन वहां सरकार के सामने असली चुनौती होगी, क्योंकि वहां उसका बहुमत नहीं है. कई दल चाहते हैं कि बिल को स्थायी समिति के पास भेजा जाए.