काशी सिर्फ शिव की नगरी ही नहीं बल्कि अन्नपूर्णा की भी नगरी है. ऐसी मान्यता है कि यहां कोई भी भूखा नहीं सो सकता. मौनी अमावस्या के दिन दूरदराज इलाकों से आए तमाम लोग गंगा स्नान कर जब वापस लौटे तो गोदौलिया चौराहे पर त्रिदेव मंदिर की तरफ से लोगों के भोजन का इंतजाम था. जहां लोग श्रद्धा भाव के साथ भोजन कर रहे थे. इसी बारे में ज्यादा बता रहे हैं अजय सिंह