त्रिपुरा में बाप-बेटी की बहादुरी से बची एक हजार से ज्‍यादा रेल यात्रियों की जान

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  • प्रकाशित: जुलाई 02, 2018
एक आदमी और उसकी बेटी की सूझबूझ और बहादुरी ने एक हज़ार से ज़्यादा रेल यात्रियों की जान बचाई है. त्रिपुरा के आदिवासी स्वप्न देबबर्मा और उनकी बेटी सोमती 15 जून की इस घटना के बाद से सुर्ख़ियों में हैं.

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