संयुक्त राष्ट्र में मनोनुकूल फैसला न होने के बाद आतंकी मसूद अज़हर और चीन को लेकर थोड़ी बहुत चर्चा हुई लेकिन उसे जल्दी ही भुला दिया गया. मगर व्यापारियों के संगठन को याद रहा कि होली के बहाने चीन के सामान का बहिष्कार करना है. इतनी ऊर्जा लगाने से अच्छा था कि सरकार से चीनी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगवा देते. मगर कारोबार खूब चल रहा है. बल्कि हम चीन से आयात बहुत ज़्यादा करते हैं इससे भारत और चीन के बीच व्यापार असंतुलन भी है. इसकी बजाय फुलझड़ी और पिचकारी पर रोष निकाल कर क्या फायदा. इन्हें खरीद कर बेचने वाले अपने ही व्यापारी भाई हैं.