एशियन चैंपियनशिप में खो-खो में सोने का मेडल जीतने के बाद तीन साल पहले जूही झा जब मध्य प्रदेश के सर्वोच्च सम्मान विक्रम अवॉर्ड सम्मानित हुईं तो परिवार के पास परिवार के पास इंदौर से भोपाल आने के लिए पैसे नहीं थे. जनरल डिब्बे में वो आईं अवॉर्ड लिया और चली गईं. 12 साल तक सुलभ शौचालय में काम करने वाले पिता और 5 लोगों का परिवार इंदौर के कमरे में रहा लेकिन ये लंबा संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अब ये संघर्ष मंत्रालय की फाइलों से चल रहा है.