महुआ रिपोर्ट पर संसद में चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने संसद को कोर्ट बता दिया. इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह कोर्ट नहीं, लोकसभा है. इसके बाद लोकसभा स्पीकर और ओम बिरला के बीच तीखी बहस हुई.