1947 से ही सरहद के दोनों तरफ़ ऐसी 111 भारतीय बस्तियां और 51 बांग्लादेशी बस्तियां हैं जो गलत तरफ़ पड़ गई हैं। इनमें 51,000 से ज़्यादा लोग रहते आए हैं। इस सीमा समझौते के बाद ये एन्क्लेव उन देशों का हिस्सा हो जाएंगे जहां वे पड़ते हैं और यहां रहने वाले अपनी नागरिकता चुन सकेंगे। [
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