पूर्वी राजस्थान यानी भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवायमाधवपुर के ये जिले. लेकिन अगर हम इतिहास के पन्नों को पलट कर देखें तो इन पूर्व रियासतों का इतिहास मुगलों के इतिहास से करीब होकर गुजरता है. लेकिन ये कृष्ण की भूमि भी है यानी ब्रज. जहां कृष्ण का जन्म हुआ था. और पूर्वी राजस्थान की यात्रा कृष्ण की लीला से रंगी हुई है. पूर्वी राजस्थान के रास्ते कम ही सैलानी होकर गुजरते हैं. लेकिन जो जाते हैं वो पाते हैं कि रेतीले माने जाने वाले राजस्थान में संस्कृति का एक इंद्रधनुष भी है.