कश्मीर घाटी में अशांति का सबसे बुरा असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ा है. स्कूल-कॉलेज बंद हैं और छात्रों की पढ़ाई ठप है. सैकड़ों छात्र अब कश्मीर से निकल कर जम्मू और दूसरी जगहों पर ऐडमिशन लेने की कोशिश में हैं. 17 साल की सुरैया गुलज़ार तीन महीने बाद क्लास रूम में है. लेकिन घर से दूर जम्मू के एक स्कूल में. वो अनंतनाग में पढ़ती थी, मगर घाटी में तनाव की वजह से स्कूल बंद हैं और पढ़ाई छूटने के डर से उसे जम्मू के सरकारी स्कूल में दाख़िला लेना पड़ा.