साल 1993 में बलूचिस्तान के एक मुस्लिम परिवार में महरंग का जन्म हुआ..उनके परिवार में 5 बहनें और एक भाई है..वैसे तो पेशे तो महरंग एक डॉक्टर हैं लेकिन बलूचिस्तान में हो रही हिंसा और अत्याचार वाले हालात देखते हुए उन्होंने इसके लिए आवाज उठाना शुरु किया औऱ 2006 में वो एक सामाजिक कार्यकर्ता बन गई..महरंग बलोच गांधीवाद के रास्ते पर चल रही हैं औऱ बिना हिंसा किए ही पाकिस्तान को सबक सिखाने की कोशिश कर रही हैं..