हम उम्मीद करते हैं कि इस दौर में हमारे नेता बातचीत में कहें कि कोरोना (Coronavirus) के मामले कुछ कम हुए हैं. चुनौती अभी भी बरकरार है. मौत के आंकड़े कम नहीं हुए हैं. कोरोना अब गांव-देहात में जा रहा है जहां से पता नहीं कि आंकड़े आते हैं, या नहीं आते हैं. क्या सही में आंकड़े कम हुए हैं? दूसरी चीज वैक्सीनेशन (Vaccination) तेजी से नहीं हो रहा है. कहीं ऐसा न हो जाए कि हम तीसरी लहर को भी आमंत्रित कर लें. जब टीका नहीं लगेगा तो वायरस जिंदा रहेगा. ऐसे समय में हमारे राजनेताओं को फिर एक बार एक-दूसरे की गर्दन पकड़ने की सूझी है. इस बार गर्दन पकड़ी गई है टूल किट पर.