दो हफ़्ते पहले असम के डिब्रूगढ़ में अभ्यास के दौरान 12 साल की तीरंदाज़ शिवांगिनी के गले में एक तीर फंस गया. शिवांगिनी जानलेवा तरीके से घायल हो गईं. क़रीब 40 घंटे ये तीर उनके गले में तब तक फंसा रहा जब तक कि AIIMS के डॉक्टरों ने उसे निकाल नहीं दिया. 15 दिनों के इलाज से ठीक होकर शिवांगिनी एक ओलिंपियन तीरंदाज़ बनने का सपना लेकर आज दिल्ली से वापस घर लौट गईं.