Border Gavaskar Trophy में हार के बाद कोच गौतम गंभीर की पहली प्रेस कांफ्रेंस का टीम के सीनियर खिलाड़ियों को सीधा संदेश था- रणजी नहीं तो टेस्ट नहीं. क्या कोच गंभीर, सुनील गावस्कर और संजय मांजरेकर जैसे कई दिग्गजों का सीधा निशाना विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी हैं? क्या ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि विराट ने अपना आखिरी रणजी मैच करीब 12 साल पहले (नवंबर 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ़ ग़ाज़ियाबाद में) और रोहित शर्मा ने अपना आखिरी मैच करीब 9 साल पहले (नवंबर 2015 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ वानखेडे में) खेला था?