Surya Grahan 2025: सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चाँद, सूरज और धरती के बीच आता है, जिससे सूरज की किरणें धरती तक नहीं पहुँचतीं। वैज्ञानिक रूप से यह अमावस्या के दिन होता है, लेकिन दुनिया भर में पौराणिक मान्यताएँ भी प्रचलित हैं। चीनी अजगर, नॉर्डिक भेड़िया, वियतनामी मेंढक से लेकर ईसाई प्रलय तक, ग्रहण को लेकर कई कहानियाँ हैं। आइए, जानें ग्रहण का वैज्ञानिक और पौराणिक सच!