दुनियाभर में आज लाखों बच्चे स्कूलों से गैर हाजिर हैं. आज का दिन वो क्लासरूम में ना बिताकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जलवायु परिवर्तन में सरकार की लापरवाही और सरकारी निगमों की विफलता को लेकर वह अपना विरोध जता रहे हैं. 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र के जलवायु सम्मेलन से ठीक पहले छात्र और युवा जलवायु परिवर्तन को लेकर सख्त संदेश देना चाहते हैं. जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में दुनिया का यह अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन है. कम से कम 150 देशों में 2,500 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. भारत में भी दिल्ली, मुंबई, चेन्नै, बेंगलुरु और कोलकाता समेत 13 शहरों में कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है.