महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों के सात हज़ार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर आज दूसरे दिन भी हड़ताल पर हैं. उनकी मांगों में छात्रावासों की गुणवत्ता में सुधार करना और सहायक व एसोसिएट प्रोफेसर के रिक्त पदों को भरना शामिल है. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान न देकर आपातकालीन सेवाओं को बंद करने पर विचार करने के लिए उन्हें मजबूर कर रही है.