स्टार्ट अप की सुस्त पड़ती रफ्तार, छंटनियों का दौर शुरू
प्रकाशित: मार्च 07, 2017 10:55 AM IST | अवधि: 1:50
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कुछ समय पहले देश में स्टार्ट अप की कंपनियों की एक नई पौध पनपी लेकिन देखते ही देखते इन स्टार्ट अप्स में तेजी से विकास के चक्कर में खराब निवेश का असर यह हुआ है कि इनमें से कई की माली हालत खस्ता हो रही है. इसी कड़ी में देश की तीसरी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने पिछले दिनों 600 कर्मचारियों को निकालने की घोषणा की. हालांकि कंपनी ने माना कि उसकी गलत नीतियां इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं.