रफाल मसले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद मोदी सरकार हमलावर है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ की उम्र कम होती है. उन्होंने कहा कि 2012 में जो तय हुआ, उससे बेहतर टर्म पर राफेल डील हुई. कोर्ट ने भी कहा कि सभी प्रक्रियाएं फॉलो हुईं हैं. अरुण जेटली ने कहा कि राजनैतिक नेता ही नहीं कई बार मुझे लगता है कि इसमें कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट रखने वाले लोग भी कमेंटेटर के तौर पर शामिल हो गए थे. बेसिक एयरक्राफ्ट की कीमत सार्वजनिक की जा सकती है, जो कि संसद में जानकारी भी दी गई, मगर जो वेपनाइज्ड हैं, उनकी जानकारी राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर सिर्फ कोर्ट में दी गई.