केरल के वायनाड में रहने वाली सिस्टर लूसी ने खुदको समूदाय से निकाले जाने के फैसले को चुनौती देते हुए रोमन कैथोलिक चर्च प्रशासन को पत्र लिखा है. उन्होंने प्रशासन से अपील की है उसे गलत कारण देकर समुदाय से बाहर करने का फैसला किया गया है. बता दें कि सिस्टर लूसी ने रेप पीड़िता नन का साथ दिया था. उसके बाद से ही उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. सिस्टर लूसी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि उन्हें जिन आरोपों का सहारा लेकर समुदाय से निकाला गया है वह बेबुनियाद हैं.