हाल ही में हिंदू-मुस्लिमों का डीएनए एक बताने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत गुवाहाटी में दिया एक बयान काफी चर्चा में है. एक पुस्तक के विमोचन समारोह में उन्होंने कहा है कि 1930 से ही योजनाबद्ध तरीके से मुस्लिमों की आबादी बढ़ाने के प्रयास हुए. उन्होंने कहा कि, “उसका कारण जैसा बताया गया कि यहां आवश्यकता थी, ऐसा नहीं है. एक योजनाबद्ध तरीके से विचार किया गया कि जनसंख्या बढ़ाएंगे. अपना प्रभुत्व, अपना वर्चस्व स्थापित करेंगे, और फिर इस देश को पाकिस्तान बनाएंगे.”