कर्नाटक रक्षणा वेदिके (केआरएस) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को बेंगलुरु में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया और इनके उन साइनबोर्ड और नाम पट्टिकाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिनमें कन्नड़ भाषा में जानकारी प्रदर्शित नहीं की गई थी. बेंगलुरु में भाषा के नाम पर हिंसा और गुंडागर्दी देखने को मिली.