जब 10 से 14 दिन के बीच कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमित मरीज ठीक हो जा रहा है तो बेडों की इतनी कमी क्यों है? इस सवाल पर एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) का कहना है कि औसत सात से 10 दिन में अधिकांश मरीज ठीक हो जाते हैं. कुछ जो वेंटीलेटर वाले मरीज हैं या जिनको हाई ऑक्सीजन की जरूरत है, वे तीन हफ्ते तक भी भर्ती रह सकते हैं. लेकिन यह समझना होगा कि केस एकदम बढ़े हैं. एक स्थिति थी जब केस 10-15 हजार ही थे, अब हम साढ़े तीन लाख तक पहुंच गए हैं. यदि यह केस धीरे-धीरे बढ़े होते तो हमारा हेल्थकेयर सिस्टम इनको मैनेज कर पाता और बेडों की कमी नहीं होती. लेकिन रेट ऑफ राइज तेज है. पिछले वाले स्पाइक का कर्व धीरे-धीरे बढ़ा था, इस बार के स्पाइक का कर्व बिल्कुल वर्टिकल है.