जब सत्ता में होते हैं या सत्ता के करीबी हों, तो बहुत सारी चीज़ें सामान्य हो जाती है, जैसे बंगला बना रहता है, सरकारी सुख सुविधाएं बनी रहती हैं. लाल बत्ती, नौकर-चाकर, सुरक्षा गार्ड इत्यादि. बहुत सारे ऐसे उदाहरण हैं जहां दागी नेता पाक-साफ़ हो गए. क्योंकि उन्होंने सत्ता दल का दामन थाम लिया. लेकिन अगर आप सत्ता दल की मुख़ालिफ़त करते हैं तो धीरे-धीरे सब कुछ आपसे छीन लिया जाएगा.फिर न बंगला रहेगा, न गाड़ी, न सांसद बचेंगे न सुरक्षा व्यवस्था, कुछ ऐसा ही तो नहीं हो रहा अखिलेश यादव के साथ.