2012 में छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले के सरकेगुड़ा गांव में 17 आम लोगों की हत्या की जांच के लिए बने न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में सुरक्षा बलों को इन मौतों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है. मारे गए लोगों में सात नाबालिग भी थे. आयोग ने अपनी जांच में सुरक्षा बलों के उस आरोप के पक्ष में कोई सबूत नहीं मिला जिसमें कहा गया था कि मारे गए गांव वाले माओवादी थे जिन्होंने रात के वक़्त सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं. बल्कि न्यायिक आयोग अपनी रिपोर्ट में इस नतीजे पर पहुंचा कि गांव वालों ने कोई गोलीबारी नहीं की बल्कि सुरक्षा बलों ने ही घबराहट में गांव वालों की भीड़ पर गोलियां चलाई होंगी. फायरिंग के बाद भी सुरक्षा बलों ने गांव वालों पर हमला जारी रखा. मध्यप्रदेश हाइकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस वीके अग्रवाल वाले इस एक सदस्यीय आयोग ने पिछले महीने नवंबर में अपनी रिपोर्ट छत्तीसगढ़ सरकार को सौंप दी. एनडीटीवी के पास इस रिपोर्ट की एक कॉपी है.