2018 से सीबीएसई में 10वीं की बोर्ड परीक्षा फिर से शुरू हो जाएंगी. छात्रों को तीसरी भाषा के तौर पर किसी भारतीय भाषा को ही चुनना होगा. दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों के छात्र तीसरी भाषा के तौर पर संस्कृत को लेकर असमंजस में हैं, क्योंकि अभी तक उन्होंने तीसरी भाषा के तौर पर कोई विदेशी भाषा ही पढ़ी है.