सतना के जंगलों में एमपी पुलिस को अपने साथी के शव को ढूंढने में 3 दिन लगे, जबकि डकैतों का पीछा करते जहां मृतक को छोड़ा गया था शव उससे ढाई किमी दूर था. यही नहीं खुद जिले के एसपी ने स्वीकार किया है कि स्पेशल आर्म्ड के इस जवान की मौत प्यास से हुई. बताया जा रहा है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान तीन जवानों की प्यास की वजह से तबीयत बिगड़ने लगी. इन जवानों को एक पेड़ के नीचे छोड़कर बाक़ी टीम पानी लेने के लिए चली गई. जब टीम लौटी तो जवान वहां नहीं थे.कुछ देर बाद बाक़ी के दो जवान पोस्ट पर लौट आए, लेकिन सचिन नहीं लौटे थे.