बुधवार को कंपनी सचिवों की बैठक में प्रधानमंत्री ने दावा किया कि अर्थव्यवस्था काफ़ी मजबूती से आगे बढ़ रही है और बीते तीन सालों की उपलब्धियां पिछले 20 सालों पर भारी हैं. लेकिन विकास और ख़ुशहाली की ये तस्वीर संघ परिवार से जुड़े मज़दूर संगठनों को ही लुभा नहीं पा रही है.