इन्हें फिर राम याद आए हैं. पूछो क्या चुनाव नजदीक आए हैं. यह वो आरोप है जो विपक्ष आरएसएस और बीजेपी पर हमेशा लगाता रहा है. लेकिन पिछले एक महीने में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने चार बार राम मंदिर का नाम लेकर एक तरह से विपक्ष के आरोप की पुष्टि ही की है. आज नागपुर में एक कार्यक्रम में भागवत एक कदम आगे चले गए. उन्होंने कह दिया कि अगर सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद का फैसला नहीं हो पा रहा तो सरकार को कानून लाने पर विचार करना चाहिए. इससे पहले भागवत कह चुके हैं कि अगर राम मंदिर बनाने का फैसला होता है तो विपक्ष भी विरोध नहीं कर पाएगा.