हाजी अली दरगाह में महिलाओं को 2011 तक दरगाह के अंदर मजार तक जाने की इजाजत थी। वे ठीक अंदर तक पहुंचकर इबादत कर सकती थी, लेकिन 2011 में नए ट्रस्टीज़ ने इनके आने पर रोक लगा दी। अब शनि शिंगणापुर और महालक्ष्मी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की लड़ाई जीतने के बाद भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई वहां महिलाओं के प्रवेश की इजाजत देने को लेकर आंदोलन कर रही हैं।