दिल्ली में 40,000 से ज़्यादा रोहिंग्या शरणार्थी हैं जो बुरी हालत में रह रहे हैं. ये डरे हुए लोग म्यांमार जाने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि वहां भेजने से बेहतर है हमें यहां मार दें. अगर यहां मर भी जाएंगे तो मुसलमान होने की वजह से हमें कब्र भी मिलेगी और जनाजा भी मिलेगा. वहां वो भी नहीं. मार काट के पेट्रोल छिड़ककर आग लगा रहे हैं. उससे बेहतर है यहां मार दें हमलोगों को.